Published: 11 Aug, 2020
यदि आप खेलों में रूचि रखते हैं और एथलेटिक्स, आर्चरी, बैडमिंटन, फेंसिंग, हॉकी, तैराकी, फुटबाल जैसे खेलों के ट्रेनर हैं तो आपके पास अपना खुद का ट्रेनिंग सेंटर खोलने का बढ़िया मौका है। खेल एवं युवा कल्याण छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा ‘‘खेलो इंडिया खेलो योजना‘‘ के अंतर्गत खेलों के प्रशिक्षण के लिए खेलो इंडिया लघु केंद्र प्रारंभ कर सकते हैं। इसके लिए आप अपना प्रस्ताव 16 अगस्त तक दे सकते हैं। खेलो इंडिया लघु केंद्र एक शासकीय प्रशिक्षण केंद्र होगा। जिसमें प्रशिक्षण कार्य करने वाले प्रशिक्षक को भारत सरकार से प्राप्त होने वाले अनुदान से वित्तीय सहायता दी जाएगी। खेलो इंडिया लघु केन्द्र के लिए चिह्नित खेलों में एथलेटिक्स, आर्चरी, बैडमिंटन, फेंसिंग, हॉकी, तैराकी एवं फुटबाॅल खेलों को सम्मिलित किया गया है। 6 अगस्त तक इन खेलो में मिले आवेदन के आधार पर जिले में उपलब्ध मैदान, उस मैदान में प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों की संख्या के आधार पर जिले में 2 या 3 खेलो इंडिया लघु केंद्र प्रारंभ किया जा सकता है।
खेलों को प्रोत्साहन करने वाले संगठन व संस्थान को भी मिल सकता है अनुदान
ऐसे संगठन, संस्थाएं जो पिछले 5 सालों से खेलों के प्रोत्साहन के लिए काम कर रहे है, उन संगठनों को भी इस योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण केंद्र संचालन के लिए अनुदान दिया जा सकता है। इस अनुदान से वे सेंटर को डेवलप कर सकते हैं।
कहां और कैसे करें आवेदन
जिले में उपरोक्त खेल उपलब्धि रखने वाला कोई भी खिलाड़ी जो प्रशिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं देने का इच्छुक है तो निर्धारित प्रपत्र में अपने बायोडेटा कार्यालय जिला खेल अधिकारी खेल एवं युवा कल्याण पुरानी सिंचाई कालोनी जांजगीर में 16 अगस्त तक प्रस्तुत कर सकता है।
जानिए... इसके लिए कौन हो सकता है पात्र, कितना मिलेगा मानदेय
इस प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षक के रूप में मनोनित होने के लिए वे खिलाड़ी पात्र होंगे जिसने मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय फेडरेशन के माध्यम से आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हो या राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में पदक प्राप्त किया हो। ऑल इंडिया इंटरयूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में पदक प्राप्त, सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में राज्य की ओर से भाग लेने वाले भी खिलाड़ी इसमें जुड़ सकते हैं। खिलाड़ियों की उम्र अधिकतम 40 वर्ष होना चाहिए। खिलाड़ी की खेल उपलब्धियों के आधार पर उसे मिलने वाले मानदेय निर्धारित किया किया जाएगा। यह मानदेय 3 लाख रुपए प्रतिवर्ष तक होगा।
© Copyright YamrajNews 2019. All Rights Reserved.